Tuesday, September 20, 2011

Please read carefully.. it may be change your life...

आज महँगाई उसके चरण सीमा पर खड़ी है .. इसमे सबसे गरीब लोग और सबसे अमीर लोगो पर इस का कोइ असर नही होगा . मगर हमारे जैसे मिड्ल क्लास ?? लोगो के लिए जीना भी उधारी बन गयी है..और हम है की नौकरी से चिपककर बैठे है. . अब्दुल कलाम चाहते है की २०२० मे भारत महासत्ता बने . मगर जब बिल गेट्स की बातों के उपर गौर करे तो हमे पता चलेगा की हम कितने पानी मे है ... बिल गेट्स के अनुसार भारत के ८० प्रतिशत लोग जॉब के उपर ...निर्भर है.. और कोई भी देश तब तक आर्थिक रूप से प्रगत नही हो सकता जब तक ये रेशियो ५० प्रतिशत के नीचे ना आए..और आज की महँगाई का रेशियो और हमारे आमदनी की बढ़ोतरी का रेशियो मिलाया जाए तो आज जहा पे हम आज खड़े है कल १० साल बाद भी हम इसी मोड़ पे खड़े नही बैठे रहेंगे ये अंदाज़ा नही, मेरा वादा है..

हर एक मिड्ल क्लास आदमी की ज़िंदगी लोन के चक्कर मे गिरवी होती है कभी होम लोन तो कभी कार लोन तो कभी एजुकेशनल लोन तो कभी मेडिकल लोन और इसको ही प्यारी सी भाषा मे " ई .एम . आई" .कहा करते है. अपनी पूरी जिंदगी लोन चुकाने मे ही बीत जाती है . और इसीके चक्कर में हम फॅमिली से कितनी दूर चले जाते है ये आपक ही जानो और ये एक अलग डिस्कशन का सब्जेक्ट है इसपर हम कभी बाद मे चर्चा करेंगे..

तो इसपर कोई उपाय नही है????
क्या हम लोग कोई बिज़्नेस नही कर सकते ??
क्या हमरी औकाद पाव भाजी की हातगड़ी और राशन का दुकान और कोई छोटा मोटे दुकान यही तक सीमित है ??
क्या हम किसी बड़े बिज़्नेस के बारे में सोच नही सकते ?? और सोच सकते है कब साकार करेंगे ??
क्या जॉब के अलावा हमरे पास और कोई ज़रिया नही है ??

मै शॉर्ट कट के बारे मे नहीं बोल रहा हूँ , बल्कि स्मार्ट वर्क के बारे मे बोल रहा हूँ ..
आपने " रिच डॅड पुवर डॅड " बुक अगर पढ़ा है तो आपको समाज में आएगा की हमे क्या करना चाहिए और हम क्या कर रहे है..
हम हर रोज तो बाल्टी से घर मे पानी भरने के लावा कुछ नही कर रहे है ..ज़रूरत पड़ी तो बाल्टी की साइज़ बढ़ा देते है ..लेकिन हम पाइप्लाइन करना कब सीखेंगे !!.. हम हर रोज १० घंटा काम कर के किसका सपना साकार कर रहे है खुद का या किसी और का ??? कब तक दूसरों के इशारों पर नाचते रहेंगे ?? कब खुद की पहचान बनाना सीखेंगे ?? आख़िर कब !!??
बस इसीका जवाब ढूँढ रहे है .हमारे आसपास पाइप्लाइन के कई ज़रिए उपलब्ध होते है बस हम कभी अनदेखा करते है तो कभी विश्वास नही करते है.. अँग्रेज़ी मे एक कहावत है..
Believing everybody may be dangerous But Believing nobody is very dangerous.
इसी के चलते हम हाथ आए कई गोल्डन चान्स गावा देते हैं.

मंज़िले उन्हिको मिलती है,
जिनके सपनो मे जान होती है.
सिर्फ़ पँखो से कुछ नही होता दोस्तों,
हौस्लो से उड़ान होती है..

हमको मंज़िल का पता है और हम में होसला भी है .. बस रास्ता ढूँढ रहे.. आपका साथ चाहिए..

आपका दोस्त ...
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Cell No : 8275029248 OR 9421225222
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